मनमोहन कुर्सी बचाइए, बिन कुर्सी सब सून,
कुर्सी के बिन नहीं मिले, सोनिया को सुकून।
सांसद- वान्साद जोड़ के, कुर्सी लई बनाय,
चढ़ मनमोहन कह रहे, सरकार लियो बचाय
पाहन पूजे हरी मिले, तो मैं पूजूं पहार
ताते यह कुर्सी भली, बनवादे सरकार
बम भोले का शोर है, एटम बम का जोर
भक्ति-शक्ति साथ ले रहीं मनवा में हिलोर