ताज... हमारा ताज। निराला ताज। शाहजहाँ का सपना. मुमताज का अरमान। दुनिया के सबसे बड़े ताज महल के माडल से पर्दा उठ चुका है। वैसी ही नक्काशी, वैसी ही पच्चीकारी का नायब नमूना। ताज के शहर के एक और ताज तराशा जा चुका है। उसी शिद्दत और उसी लगन के साथ। उसी शो के कुछ बेशकीमती फोटो। आगरा के टूरिस्म में नई शुरुआत, अदाकारी और शिल्पकारी का संगम। आगरा में कलाकृति एम्पोरियम में ताज के दस मूड का नजारा। सूरज की लालिमा में लिपटा ताज।
3 comments:
Anonymous
said...
well its nice to know that you have great hits here.
3 comments:
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yeah! its much better,
ati sundar!
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